छात्रों के बाद अब किसानों का डाटा भी केंद्र सरकार के पास ऑनलाइन मौजूद रहेगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए बड़ी योजना बनाई है। तीन भागों वाली इस के पहले चरण में देश भर के किसानों को फार्मर आईडी दी जाएगी। केंद्र और राज्य सरकारे की योजनाओं का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास फार्मर आईडी होगा। इसके साथ भारी कृषि भूमि का डिटेल भेजेगा। वहां से आईडी राज्यों को दी जएगी।
इस शुरुआत छत्तीसगढ़ से की जा रही है। छत्तीसगढ़ के 19170 गांव का डाटा केंद्र को भेजा गया था।
फार्मर आईडी बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज।
फार्मर आईडी बनाने के लिए किसानों के पास निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य होगा।
1, कृषि भूमि स्वामी का बि 1 खसरा या ऋण पुस्तिका।
2, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की जरूरत होगी।
किसान जमीन बेचने के बाद भी पुराने दस्तावेज से किसान कार्ड बनवा लेते थे। अब यह संभव नहीं होगा। आईडी से पता चल जाएगा कि वह भूमि स्वामी है या नहीं।
फार्मर आईडी के फायदे।
फार्मर आईडी से किसानों को निम्नलिखित फायदा हो सकता है।
* पीएम किसान सम्मान निधि योजना जैसी केंद्र की छे योजनाओं के लिए अलग-अलग चक्कर नहीं लगाना होगा ।
* राज्य सरकार की कृषि ऋण योजना, मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना जैसे चार योजनाओं के लिए सिर्फ फार्मर आईडी कार्ड देना होगा।
फार्मर आईडी कैसे बनवाएं:
किसान फार्मर आईडी बनवाने के लिए ऑफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों तरह से बनवा सकते हैं। यहां आपको फार्मर आईडी बनवाने के दोनों विधि के बारे में बताया जाएगा।
ऑफलाइन फार्मर आईडी कैसे बनवाएं।
ऑफलाइन फार्मर आईडी बनवाने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप फॉलो करना होगा।
* किसान आईडी मोबाइल एप,
फार्मर आईडी बनवाने के लिए आपको गूगल प्ले स्टोर से किसान आईडी मोबाइल एप डाउनलोड करके तथा उसमें मांगी गई डिटेल सही-सही भर के फार्मर आईडी आसानी से बनवा सकते हैं। आपके दस्तावेज के निरीक्षण के पश्चात 24 घंटे के अंदर फार्मर आईडी आपके मोबाइल पर भेज दिया जाएगा।
* कॉमन सर्विस सेंटर,
फार्मर आईडी बनवाने के लिए आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर बड़ी आसानी से बनवा सकते हैं।
* पटवारी के द्वारा,
फार्मा डायरी बनाने के लिए आपको कृषि विभाग के पटवारी से संपर्क कर सकते हैं तथा आवश्यक दस्तावेज देकर आसानी से फॉर्म आईडी बनवा सकते हैं।
ऑनलाइन फार्मर आईडी कैसे बनवाएं,
ऑनलाइन फार्मर आईडी बनवाने के लिए किस को राजस्व की आधिकारिक वेबसाइट. Mkisan.gov.in पर जाकर आप आसानी से फार्मर आईडी बना सकते हैं। यहां पर आपको ई केवाईसी के लिए₹15 फीस जमा करनी होगी। फॉर्म सबमिट होने के बाद पटवारी उसका वेरिफिकेशन करेगा। सत्यापन के बाद 24 घंटे में फार्मर आईडी किसान के मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से आ जाएगी।
पुराने रिकॉर्ड चेक होने के बाद ही बनेगी फार्मर आईडी।
फार्मर आईडी को पुराने रिकॉर्ड से क्रॉस चेक करने के बाद ही बनाया जाएगा। आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड, पीएम सम्मन निधि जैसी जगहों पर दिए गए पुराने रिकॉर्ड से सरकार किसानों के आवेदन को पहले मैच करेगी। अगर वह मैच नहीं होंगे तो उन्हें एक बार फिर से मौका दिया जाएगा। अगर किसी किसान की मौत हो जाती है तो उसके वारिस का नाम इस पर दर्ज करने की सुविधा भी होगी। फार्मर आईडी में व्यक्ति के नाम वही जमीन दर्ज की जाएगी जो राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में होगा। इसके बाद अगर वह जमीन को बेचता है तो वह बदलाव यहां भी होगा।
ऑफिशल वेबसाइट लिंक,यहां क्लिक करें
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