पीएम इंटर्नशिप योजना क्या है:
पीएम इंटर्नशिप योजना एक ऐसी योजना की शुरुआत की गई है जिसमें युवाओं को प्रशिक्षण दे कर उसे रोजगार लायक बनाया जाएगा। इस योजना के घोषणा होते ही काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही हैं। पोर्टल के शुरू होने के कुछ घंटे के अंदर ही करीब 1111 कंपनियों ने खुद को पंजीकृत कराया। इतना ही नहीं कंपनियां इस योजना के तहत अब तक के 2200 से अधिक के युवाओं को प्रशिक्षण देने की पेशकश कर चुकी है। इस योजना का मकसद युवाओं को रोजगार के योग्य बनाना है। सोशल मीडिया के अनुसार पोर्टल शुरू होते ही इंटर्नशिप पोर्टल पर दोपहर 3:00 तक कई कंपनियां ने 2200 से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव दिया। पोर्टल पर लगभग 1111 कंपनियां सूचीबद्धहो चुकी है। 3 अक्टूबर 2024 से को शुरू हुई यह पोर्टल, इंटर्नशिप के लिए चयनित युवाओं को ₹5000 की मासिक वित्तीय सहायता मिलेगी। इसके अलावा उन्हें इंटर्नशिप का हिस्सा बनने पर उन्हें एकमुश्त ₹6000 की मदद दी जाएगी। इंटर्नशिप पर 12 महीने के लिए होगी। चालू विद वर्ष में 125 000 इंटर्नशिप पर अवसर उपलब्ध कराने की योजना है।
पीएम इंटर्नशिप योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:
हालांकि पोर्टल पर अभी तक के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, लेकिन 12 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन शुरू होने की संभावना है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए उम्मीदवार को आधिकारिक वेबसाइट www. pmentership.mcs.gov.in पर विजिट कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूराकिया जा सकता है। इसके लिए नीचे बताए गए प्रक्रिया को ध्यान से पढ़ें और रजिस्ट्रेशन करें। आवेदन पत्र में पूछी गई जानकारी सही-सही भरे हैं। आवश्यक दसवेज अपलोड करें। और सबमिट पर क्लिक करें।
कौन रजिस्ट्रेशन कर सकता है:
1, उम्मीदवार के परिवार का वार्षिक आय₹800000 से कम होनी चाहिए।
2, उम्मीदवार को भारत का निवासी होना चाहिए
3, उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास या आईटीआई र डिप्लोमा होल्डर होनी चाहिए।
4, उम्मीदवार की आयु 21 से 24 वर्ष से तक होनी चाहिए।
कौन रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकता है:
1, वैसे उम्मीदवार जिनके परिवार का वार्षिक के आए₹800000 से ज्यादा हो वह आवेदन नहीं कर सकता है।
2, जो उम्मीदवार किसी भी सरकारी से ट्रेनिंग कर चुके हैं या अप्रेंटिसेज कर रहे हो वह आवेदन नहीं कर सकते।
3, किसी भी सरकारी संस्थान में नौकरी करने वाला उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकता है।
4, पोस्ट ग्रेजुएट या इंजीनियरिंग या amba डिग्री वाले उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकता है।
पीएम इंटर्नशिप योजना के लाभ:
पीएम इंटर्नशिप योजना के निम्नलिखित लाभ है।
युवाओं को प्रशिक्षण देकर नौकरी योग्य बनाना।
प्रशिक्षण के समय युवाओं को₹5000 का आर्थिक सहायता दी जाएगी।
पीएम इंटर्नशिप योजना में चयनित उम्मीदवार को एक मुफ्त₹6000 आर्थिक सहायता दी जाएगी।
यह योजना 12 महीने के लिए होगी। उम्मीदवार मनचाहे कंपनियां मैं प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है।
पीएम इंटर्नशिप योजना की शुरुआत कब हुई है:
पीएम इंटर्नशिप योजना के लिए ऑफिशल पोर्टल 3 अक्टूबर 2024 को लांच किया गया है। युवा इस पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
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पीएम इंटर्नशिप योजना में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू:
दोस्तों आपको बताया गया था कि पीएम इंटर्नशिप योजना में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर से शुरू होगी जो हो चुकी है। क्योंकि आज 12 अक्टूबर है और हजारों लोग रजिस्ट्रेशन करना शुरू कर दिया है। अगर आप भी पीएम इंटर्नशिप योजना रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो ऊपर बताए गए लिंक पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जल्दी कर ले।
पीएम इंटर्नशिप योजना के उद्देश्य:
पीएम इंटर्नशिप योजना के निम्नलिखित उद्देश्य है।
1, युवाओं को रोजगार के योग्य बनाना.
2, पीएम इंटर्नशिप योजना के माध्यम से युवा अपने पसंद के अनुसार ट्रेड का चयन कर सकते हैं।
3, पीएम इंटर्नशिप योजना के लिए एक के सुनहरा अवसर लाया है। इसमें रजिस्ट्रेशन करने से पढ़ाई के साथ-साथ है सरकार आर्थिक की सहायता भी प्रदान कर रही है।
पीएम इटर्नशिप: परिवार में कोई सरकारी जॉबम हो, उसे भी मौका दिया जाना चाहिए।
आम बजट में घोषित की गई पीएम इंटर्नशिप पर स्कीम ने शुरुआती 2 महीने में ही दो अग्नि परीक्षाएं पास कर ली हैं। पहले स्कीम में एंट्री के लिए 23 अक्टूबर को रजिस्ट्रेशन खोले जाने के बाद से उम्मीदवारों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। दूसरी संसदीय समिति की समीक्षा में स्कीम को हरी झंडी मिली है। इन दोनों ही इम्तिहान में पास होने के बावजूद कुछ खामियां उजागर हो रही है। केंद्र सरकार ने इन्हें दूर करने के संकेत दिए हैं।
ए महत्वपूर्ण सिफारिश भी की गई है।
*पारदर्शिता की खातिर स्कीम के समय-समय पर स्वतंत्र मूल्यांकन की व्यवस्था हो।
* कंपनियां अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम को ऐसे डिजाइन करें कि इंटर्नशिप के बाद इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स तैयार हो सके।
* इंटर्नशिप के अपलेमेंट में तब्दील होने को ही इसकी सफलता का पैमाना माना जाए।
* स्क्रीन की अपनी निगरानी और उसके क्रिया वन्यान पर नजर रखने के लिए एक मजबूत व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।
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