success story, बदला लेने के लिए आईपीएस ऑफिसर बनना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।

ऐसी कहानी अक्सर फिल्मों में देखी जाती है। जब अभिनेता किसी से बदला लेने के लिए आईपीएस अफसर बनता है, और बाद में उस आदमी से प्रतिशोध लेता है। ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश का एक युवक ने अपने पिता के कातिलों से बदला लेने के लिए आईपीएस ऑफिसर बन गया है। अभी यह तो पता नहीं कि वह अपने पिता के कातिलों से बदला लिया या नहीं लिया लेकिन आईपीएस ऑफिसर जरूर बन गया है।
बजरंग प्रसाद यादव, यह उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के धोबाहट गांव के रहने वाले हैं। इनकी शिक्षा दीक्षा हिंदी माध्यम से हुई है जो 2022 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर आईपीएस ऑफिसर बन गए हैं।
बजरंग प्रसाद यादव की शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल से ही संपन्न हुई है। बाद में उन्होंने है 2019 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल की है। यूपीएससी में इनका स्थान 454 वी हासिल की है।
पिता के कातिलों से बदला लेने के लिए बने आईपीएस ऑफिसर।
बजरंग प्रसाद यादव के पिता का नाम राजेश प्रसाद यादव था। जो एक सामाजिक कार्यकर्ता थे। राजेश प्रसाद यादव हमेशा गरीबों के लिए तत्पर रहते थे। वह गरीबों की सहायता करते और उन्हें इंसाफ दिलाते। उनके क्षेत्र में हैं बाहुबली लोग जबरदस्ती गरीबों के जमीन पर कब्जा कर लेते थे। तब राजेश प्रसाद यादव गरीबों की तरफ से लड़ाई कर उम्र दबंगों से उनका जमीन वापस से दिलाते थे। इसी प्रकार उस क्षेत्र में रहने वाले बाहुबली लोगों से इनकी दुश्मनी हो गई थी। वह लोग हमेशा इनका नुकसान करने के बारे में सोचते रहते थे। एक दिन ऐसा ही हुआ कि उन दबंगों ने मिलकर राजेश प्रसाद यादव यानी आईपीएस बजरंग प्रसाद यादव के पिता का हत्या कर दी।
ऐसी जटिल ए परिस्थितियों से लड़कर फिर आईपीएस अफसर बना।
बजरंग प्रसाद यादव की जब पिता का हत्या हो गया तो बिल्कुल टूट चुके थे। लेकिन उन्होंने फिर हिम्मत बनाई और 2022 में यूपीएससी परीक्षा क्लिक कर सफलता की झंडा गाड़ दिया। उन्होंने यह सोच लिया था कि एक अधिकारी बनकर ही इन हत्यारों से बदला लिया जा सकता है। यानी उन्हें कानूनी रूप से सजा दिया जा सकता है।
आईपीएस बजरंग प्रसाद यादव एक मिसाल कायम किया।
ऐसी जटिल परिस्थितियों से लड़ता है यूपी सीक्रेट करना कोई साधारण बात नहीं है। दूसरी बात यह है कि हिंदी माध्यम से पढ़ाई कर यूपीएससी क्रैक करना अभी एक अपने आप में बात है। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि हिंदी माध्यम से यूपीएससी में सफलता प्राप्त नहीं किया जा सकता। लेकिन आप बजरंग प्रसाद की सफलता से शिक्षा ले सकते हैं।
सिख,
कुछ लोग परिस्थितियों का रोना रोते रहते हैं। लेकिन हमें आईपीएस बजरंग प्रसाद यादव से शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए कि अगर दिल में लगन हो तो असंभव काम भी संभव हो सकता है।

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